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फर्जी हाजिरी दर्ज कर एमडीएम में गोलमाल कर रहे गुरुजी

मंझनपुर (कौशाम्बी)। परिषदीय स&

#x94D;कूलों में बच्चों को मिलने वाला दोपहर का भोजन जिम्मेदारों की कमाई का जरिया बन गया है। बच्चों की फर्जी हाजिरी दर्ज कर एमडीएम मद की धनराशि में गोलमाल किया जा रहा है इसका खुलासा अफसरों के औचक निरीक्षण में हो मंझनपुर। मध्यान्ह भोजन योजना रहा है।

शासन की ओर से कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को दोपहर में पोषण युक्त भोजन मुहैया कराने की व्यवस्था है। मध्यान्ह भोजन योजना के तहत सरकार की ओर से विद्यालयों को गेहूं, चावल के साथ ही कक्षा पांच तक के लिए प्रति छात्र 5.45 रुपये व छह से आठ तक के लिए 8.17 रुपये की दर से धनराशि (कनवर्जन कास्ट) मुहैया कराई जाती है। स्कूलों के प्रधानाध्यापक इसमें बड़े पैमाने पर गोलमाल कर रहे हैं।

विद्यालय में आने वाले बच्चों को, उपस्थिति डेढ़ से दो गुना तक दर्ज की जा रही है। कौशाम्बी ब्लॉक के स्योहर गांव उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पंजीकृत छात्रों की संख्या दो सौ है। यहां 30 सितंबर को बीएसए के निरीक्षण में सिर्फ 25 छात्र उपस्थित मिले। इसके ठीक विपरीत 29 सितंबर को 121 27 को 128 और 26 सितंबर को 130 छात्रों की उपस्थिति दर्ज की गई। इसी तरह कंपोजिट विद्यालय इच्छू का पूरा में पंजीकृत 269 के सापेक्ष बीएसए को निरीक्षण में 131 बच्चे ही उपस्थित मिले। वहीं, इससे पहले के तीन दिनों की हाजिरी चेक करने पर क्रमशः 164, 152 और 148 विद्यार्थियों की उपस्थिति रजिस्टर पर दर्ज की गई थी।

परिषदीय स्कूलों में डेढ़ से दो गुना तक अधिक उपस्थिति दर्ज कर खजाने को लगा रहे चपत

ग्राम प्रधान की भी होती है हिस्सेदारी

के बैंक खाते का संचालन प्रधानाध्यापक और ग्राम प्रधान के

संयुक्त हस्ताक्षर से होता है। कनवर्जन कास्ट की रकम इसी खाते में आती है। नाम नहीं छापने की शर्त पर कई प्रधानाध्यापको ने

बताया कि ग्राम प्रधान इस रकम से हिस्सेदारी मांगते हैं। इसलिए छात्र संख्या बढ़ाकर दर्ज करनी पड़ती है। दूसरी बात यह भी है कि

शासन की ओर से निर्धारित कनवर्जन कास्ट से दूध व फल की खरीदारी करना संभव नहीं होता है। ऐसे में उसकी भरपाई के लिए भी कुछ छात्रों की संख्या बढ़ानी पड़ती है।

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समय-समय पर विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया जाता है। पिछले दिनों निरीक्षण के दौरान कई स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति में हेराफेरी मिली थी। संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापकों का वेतन रोकने के साथ ही नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण तलब किया गया है।

संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

कमलेंद्र कुशवाहा, बीएसए

पंजीकृत 471 के सापेक्ष 177 बच्चे उपस्थित मिले। वहीं, उपस्थित पंजिका चेक करने पर 29 सितंबर को 230,27 को 234 और 26 सितंबर को 245 बच्चों को हाजिरी दर्ज की गई थी। ये तीन स्कूल महज बानगी भर हैं। विभागीय सूत्रों की मानें तकरीबन सभी विद्यालयों के जिम्मेदार इस तरह का खेल कर रहे हैं।

कमोबेश यही हाल नेवादा ब्लॉक के कंपोजिट विद्यालय बसुहार में देखने को मिला। निरीक्षण में यहां

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