माध्यमिक शिक्षा परिषद उप्र (यूपी बोर्ड) के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने बताया कि विद्यार्थियों के बड़ी संख्या में परीक्षा छोड़ने को लेकर बोर्ड गंभीर है। अब तक लगभग साढ़े तीन लाख परीक्षार्थी परीक्षा छोड़ चुके हैं। परीक्षा पूरी होने के बाद प्रदेश के सभी 8,265 केंद्रों से परीक्षा छोड़ने वालों का विवरण मांगा जाएगा। इसकी जांच कराते हुए, परीक्षा छोड़ने के कारणों का पता लगाया जाएगा। यदि किसी केंद्र पर कोई अनुचित कारण पाया जाएगा, तो कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा निदेशक महेंद्र कुमार नेरविवार को बोर्ड मुख्यालय का दौरा किया। उन्होंने कमांड एंड कंट्रोल रूम से आठ हजार से अधिक परीक्षा केंद्रों की मॉनीटरिंग का मुआयना किया। सभी 75 जिलों में तैनात पर्यवेक्षकों से बात करके नकलविहीन परीक्षा कराने की तैयारियों को परखा। साथ ही सभी गूगल मीट के जरिए शिक्षा अधिकारियों के साथ मैराथन मीटिंग करके सबको कड़े निर्देश दिए। बताया कि संवेदनशील जिलों जैसे- कौशांबी, प्रयागराज, देवरिया, बलिया, अलीगढ़, मथुरा समेत सभी को खास निगरानी में रखा गया है। सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने बताया कि मंगलवार, 27 फरवरी को प्रथम पाली में हाईस्कूल में गणित का पेपर और द्वितीय पाली में इंटरमीडिएट का गृहविज्ञान का पेपर है। बताया कि प्रदेश के सभी शिक्षा अधिकारियों से लगातार बातचीत करके तैयारियों की जानकारी ली जा रही है। सूबे में अब तक जिलाविद्यालय निरीक्षकों ने 600 टीमें गठित करके परीक्षा केंद्रों की निगरानी की है। आगे भी सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद बनाए रखा जाएगा। किसी भी कीमत पर नकल नहीं होने दी जाएगी। बता दें कि प्रदेश भर में 8,265 केंद्रों पर हाईस्कूल के 29,47,311 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं।