बेसिक शिक्षा विभाग से संचालित परिषदीय विद्यालयों की कक्षा एक और दो में इस बार एनसीईआरटी की किताबों से पढ़ाई करने की तैयारी की गई है। कक्षा एक में अभी तक सिर्फ एक ही किताब से पढ़ाई होती थी, लेकिन एनसीईआरटी की किताबें लागू होने पर हिंदी, अंग्रेजी व गणित विषय की अलग अलग किताबें उपलब्ध कराई जाएंगी। लेकिन कक्षा एक व दो के 3,39,026 लाख विद्यार्थियों के सापेक्ष सिर्फ 2,30,533 लाख पुस्तकें ही जिले को मिली हैं। बिन किताबों के 1.8 लाख बच्चे पढ़ाई करने को विवश हैं।बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा जिले में 1,815 प्राथमिक, 619 संविलियन, 369 उच्च प्राथमिक सहित कुल 2,803 परिषदीय विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। इन सभी विद्यालयों में पांच लाख दो हजार बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इनमें कक्षा एक व कक्षा दो में 3,39,026 बच्चे पढ़ रहे हैं। कक्षा एक में अभी तक सिर्फ एक किताब कलरव और कार्य पुस्तिका से ही बच्चों को पढ़ाया जाता था। इसी किताब में हिंदी, अंग्रेजी, गणित और आंशिक संस्कृत पढ़ते थे। कक्षा दो में गणित, अंग्रेजी व हिंदी की अलग-अलग किताबें मिलती थीं। इस बार कक्षा एक व दो में एनसीईआरटी की किताबों से बच्चों को पढ़ाने की तैयारी की गई है। एनसीईआरटी की किताबें लागू होने पर कक्षा एक में भी कलरव के स्थान पर हिंदी, गणित और अंग्रेजी विषय की अलग-अलग किताबें बच्चों को उपलब्ध कराई जाएंगी।