सब पढ़ें-सब बढ़ें… का संदेश देते हुए प्रदेश के परिषदीय स्कूलों का संचालन हो रहा है। अच्छा शैक्षणिक वातावरण देने, आधारभूत सुविधाएं बढ़ाने के लिए प्रयास शासन स्तर से किए जा रहे हैं। डीबीटी योजना, मिड डे मील योजना के साथ निश्शुल्क पुस्तकों का भी वितरण प्रत्येक विद्यार्थी को करना है। सत्र शुरू हुए चार महीने होने को हैं, लेकिन अब तक प्रदेश के मात्र 29.6 प्रतिशत अर्थात 40,65,414 विद्यार्थियों को किताबें मिली हैं। प्रदेश में कुल 1,37,21,567 विद्यार्थी पंजीकृत हैं।जिलेवार देखें तो सबसे खराब स्थिति बस्ती व संतकबीर नगर की है। यहां मात्र क्रमशः 4.5 प्रतिशत और 6.7 प्रतिशत विद्यार्थियों के हाथ में किताब पहुंच पाई है। महराजगंज में 8.7 प्रतिशत, बलिया में 11.1 प्रतिशत, कुशीनगर में 11.5 प्रतिशत, जौनपुर में 11.9 प्रतिशत, गाजियाबाद में 12 प्रतिशत, सिद्धार्थनगर व बहराइच में 12.6 प्रतिशत विद्यार्थियों को किताबों का वितरण हुआ। प्रतापगढ़ में 195030 विद्यार्थी पंजीकृत हैं, यहां 61,792 अर्थात 31.7 प्रतिशत विद्यार्थियों को किताबें मिली हैं। प्रेरणा पोर्टल से मिले आंकड़ों के अनुसार सबसे अच्छी स्थिति कानपुर नगर, अलीगढ़, देवरिया, पीलीभीत व खीरी की है। यहां क्रमशः 71.8 प्रतिशत, 68.2 प्रतिशत, 64.9 प्रतिशत, 60. 7 प्रतिशत व 59.5 प्रतिशत छात्र-छात्राओं को किताबें मिल चुकी हैं। बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि अन्य जिलों की तुलना में प्रयागराज की स्थिति ठीक है। यहां 3,70,495 पंजीकृत विद्यार्थियों में से 1,43,011 अर्थात 38.6 प्रतिशत बच्चों को किताबें मिली हैं।