अर्हता पूरी होने के बाद भी नहीं हो सकी
पदोन्नति
">अर्हता पूरी होने के बाद भी नहीं हो सकी
पदोन्नति
">पदोन्नति में देरी पर 125 इंचार्ज प्रधानाध्यापकों ने सौंपा इस्तीफा
सहायक अध्यापक रहते हुए करने पड़ रहे हैं प्रधानाध्यापक के सारे कार्य
मैनपुरी। परिषदीय स्कूलों में शिक्षण कार्य कर रहे इंचार्ज प्रधानाध्यापकों ने सोमवार को बीएसए से मुलाकात की। इस दौरान पदोन्नति में देरी और अन्य समस्याओं को लेकर सामूहिक रूप से इस्तीफा के लिए प्रार्थना पत्र सौंपा। बीएसए ने उनकी समस्याओं के निस्तारण का भरोसा देते हुए काम करने के निर्देश दिए हैं।
परिषदीय स्कूलों में इंचार्ज प्रधानाध्यापक के रूप में कार्यरत 125 शिक्षक-शिक्षिकाओं ने बीएसए विजय प्रताप सिंह से मुलाकात की। इस दौरान शिक्षकों ने कहा कि उनकी नियुक्ति सहायक अध्यापक पद पर है तो उनसे प्रधानाध्यापक का कार्य कराना गलत है। बोएसए को इस्तीफा के लिए सौंपे गए पत्र में
कहा गया है कि जब तक उनकी
पदोन्नति नियमित प्रधानाध्यापक के रूप में नहीं होती तब तक वे सहायक अध्यापक के रूप में ही कार्य करेंगे। उनका कहना था कि जनपद में काफी समय से प्रधानाध्यापकों के पद रिक्त चल रहे है। शिक्षकों का कहना था कि जो
कायालय जिला बेसिक शिक्षा अधिका मैनपुरी
शिक्षकों की पदोन्नति विभागीय प्रक्रिया है। उनकी मांग को दो दिन बाद लखनऊ में आयोजित होने वाली बैठक में रखा जाएगा। इंचार्ज धानाध्यापकों को पूर्व की भांति स्वरे विभागीय कार्य करने होंगे। इन कामों से उन्हें अलग नहीं किया जा सकता ह स्थाई प्रधानाध्यापक नहीं है, वहां वरिष्ठ सहायक को इंचार्ज प्रधानाध्यापक की जिम्मेदारी हर पल में निभानी ही होगी।
विजय प्रताप सिंह, बीएसए
बीएसए कार्यालय पर प्रदर्शन करते शिक्षक-शिक्षिकाएं। अ
शिक्षक पदोन्नति की सारी अहंताएं पूरी कर चुके हैं, उनकी पदोन्नति की जाए। प्रधानाध्यापकों को नेतृत्व कर रहे उदय प्रताप सिंह चौहान ने कहा कि यदि इन शिक्षकों को समस्याओं का समाधान नहीं होगा तो इस प्रकार का विरोध प्रदर्शन
चलता रहेगा। बीएसए से मुलाकात करने वालों में योगेंद्र सिंह, रोहित कुमार, जितिन कुमार, जुगल किशोर, राजेंद्र पाठक, कौशलेश सिंह, देवेंद्र सिंह, सांत्वना शाक्य, श्वेता सिंह, प्रियंका गुप्ता, पूनम गौतम आदि सहित 100 से अधिक शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद थे।