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वजीफा न आने से गुस्साई भीड़ ने शिक्षकों को पीटा, फूंक दी बाइक

निपुण भारत अभियान की परीक्षा &#

x915;े लिए छात्रों से संपर्क करने गए थे गांव, दो नामजद समेत 15 से अधिक अज्ञात लोगों पर दर्ज हुआ मुकदमा

झांसी। तीन महीने से वजीफे का इंतजार कर रहे विद्यार्थियों के अभिभावकों ने सोमवार को बवाल कर दिया। रक्सा के सिमरा गांव में दो शिक्षकों को भीड़ ने घेर लिया और उनके साथ मारपीट की।

इतना ही नहीं भीड़ ने शिक्षक की बाइक पर पेट्रोल डाला और आग लगा दी। लोगों का गुस्सा देख शिक्षकों ने वहां से भागकर किसी तरह से खुद को बचाया।

बाद में मौके पर पहुंची पुलिस फोर्स को देख हमलावर फरार हो मुकदमा दर्ज किया गया है।

दरअसल 13 सितंबर से जिले भर में निपुण भारत अभियान के तहत परीक्षा होनी है। परीक्षा में अधिक से अधिक छात्रों को शामिल कराने के लिए सिमरा स्थित कम्पोजिट विद्यालय के सहायक अध्यापक मृत्युंजय चतुर्वेदी निवासी प्रेमगंज अपने साथी अध्यापक अंबरीश कुमार गुप्ता निवासी छुट्ट का बागीचा के साथ सोमवार दोपहर एक बजे गांव में गए थे।

मृत्युंजय ने पुलिस को बताया कि जैसे ही वह लोग रामवीर कुशवाहा, इंदर यादव के घर के मिलने की शिकायत करने लगे।

गए। इस मामले में दो नामजद पास पहुंचे वहां अचानक भीड़ आ

समेत 15 अज्ञात के खिलाफ गई। यह लोग बच्चों की छात्रवृत्ति न

अध्यापकों ने कहा कि छात्रवृत्ति सीधे खाते में आएगी। शासन स्तर से जारी होती है लेकिन गांव के

गया। गुस्साए गांव के लोगों ने दोनों अध्यापकों पर हमला बोल दिया। मारपीट करने के साथ ही उनके कपड़े फाड़ दिए। दोनों अपनी मोटर साइकिल छोड़कर भाग निकले। गुस्साए गांव वालों ने उनकी मोटर साइकिल में तोड़फोड़ करके पेट्रोल डालकर उसे आग के हवाले कर दिया। उधर, जान बचाकर दोनों अध्यापक सोधे रक्सा थाने पहुंचे।

सूचना मिलने पर रक्सा पुलिस भी मौके पर पहुंची तब तक आरोपी वहां से भाग निकले। एसपी सिटी ज्ञानेंद्र सिंह के मुताबिक

रामवीर और इंदर नाराज हो गए और गाली-गलौज करने लगे। मृत्युंजय और रामवीर में विवाद हो तलाश की जा रही है।

साढ़े चार सौ छात्रों की छात्रवृत्ति बकाया अभिभावकों में आक्रोश

झांसी। पिछड़ा कोटे के दशम वर्ग के करीब साढ़े चार सौ छात्रों के खाते में छात्रवृति का पैसा अभी तक नहीं पहुंचा। इस वजह से अभिभावकों में

आक्रोश है। छात्र भी परेशान है। छात्र रोजाना ही विद्यालयों के चक्कर काटते हैं लेकिन, उनको कोई भी सही जवाब नहीं देता। दरअसल, पट उपलब्धता के आधार पर ही पिछड़े वर्ग के छात्रों की छात्रवृत्ति दी जाती है। पिछले वर्ष कट ऑफ मॉर्क्स काफी नीचे तक चला गया था। इस वजह से बड़ी संख्या में छात्रों को छात्रवृत्ति मिलने की उम्मीद पैदा हो गई लेकिन, बजट उपलब्ध में होने की वजह से छात्र बाहर रह गए। दशम वर्ग में करीब 450 छात्र इस कट ऑफ से बाहर रह गए थे। इनके खाते में अभी तक पैसा नहीं पहुंचा। इससे यह लोग परेशान थे।

गिरफ्तारी न होने पर तालाबंदी करेंगे शिक्षक

शिक्षकों पर हमले से नाराज बेसिक शिक्षा वेलफेयर एसोसिएशन के आरोपियों के खिलाफ नामजद जिलाध्यक्ष रसकेंद्र गौतम ने आरोपियों को एक सप्ताह के भीतर गिरफ्तारी न रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। उनकी होने पर विद्यालयों में तालाबंदी करने का अल्टीमेटम दिया है। उनका कहना है कि इस घटना से शिक्षकों में काफी रोष है।

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