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शिक्षिकाओं को शिक्षण के अलावा दूसरे कार्य न दें

| सांसद बोलीं ।

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प्रयागराज, संवाददाता। उप्र महिला शिक्षक संघ की ओर से गुरुवार को सिविल लाइंस स्थित एक होटल में निपुण भारत शैक्षिक संगोष्ठी आयोजित की गई। मुख्य अतिथि सांसद डॉ. रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि बच्चों को ऐसी सहज भाषा में शिक्षा दीजिए, जिससे वे समझ सकें। हमें अपनी हिंदी भाषा पर गर्व होना चाहिए हिंदी अभिव्यक्ति की भाषा है। क्लास

में बच्चों को शब्दों का शुद्ध उच्चारण सिखाना चाहिए, जिससे बच्चे मंच पर अपनी प्रतिभा दिखा सकें।

उन्होंने कहा कि मैं चाहती हूं कि सरकार को प्राथमिक शिक्षिकाओं को शिक्षण के अलावा अन्य काम नहीं सौंपना चाहिए। जनगणना, चुनाव और अतिरिक्त कार्य युवा बेरोजगारों से कराया जाना चाहिए। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने ब्लॉकस्तरीय पदाधिकारियों को शपथ दिलायी। संघ की जिला अध्यक्ष अनुरागिनी सिंह ने स्वागत संबोधन में शिक्षिकाओं की

रचनात्मकता को सराहा और संगठन को मजबूत करने के लिए प्रेरित किया। प्राथमिक विद्यालय बिगहिया की शिक्षिकाओं ने बालिकाओं की शिक्षा पर केंद्रित नुक्कड़ नाटक की प्रेरक प्रस्तुति की। शिक्षिका दीपाली विपला ने गीत ‘विमल इंदु की विशाल किरणें, प्रकाश तेरा बता रही हैं..’ को प्रस्तुत का वाहवाही लूटी। धन्यवाद ज्ञापन जिला महामंत्री संगीता सिंह भदौरिया ने किया। इस मौके पर बीईओ अखिलेश सिंह, डॉ. स्मिता श्रीवास्तव, सुलोचना मौर्य, इंदु शर्मा मौजूद रहीं।

प्रदर्शनी में दिखी शैक्षिक विकास की विविधता

प्राथमिक विद्यालय होलागढ़, सैदाबाद और सोरांव की शिक्षकाओं ने प्रदर्शनी लगाई। प्रदर्शनी में शैक्षिक विकास की विविधता दिखाई दी। प्रदर्शनी में स्वर व्यंजन का ज्ञान, संज्ञा, ए टू जेड, उल्टी-सीधी गिनती, स्वच्छ भारत, जोड़-घटाव, गेम, मुर्गी के जीवन को रोचक चित्रों के माध्यम से प्रदर्शित किया। डॉ. रीता बहुगुणा जोशी ने प्रदर्शनी को देखा।

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