पुरानी पेंशन बहाल करने के लिए रेलकर्मी हड़ताल करें या नहीं, इस पर निर्णय लेने के लिए मंगलवार से मतदान होगा। आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन (एआइआरएफ) और नेशनल फेडरेशन आफ इंडियन रेलवे ( एनएफआइआर) के आह्वान पर देशभर के लगभग दस लाख रेलकर्मी 21 और 22 नवंबर को गुप्त मतदान करेंगे।
पूर्वोत्तर रेलवे में मतदान की तैयारी पूरी है। एनई रेलवे मजदूर यूनियन (नरमू) और पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ (पीआरकेएस) के पदाधिकारी सोमवार को दिनभर गोरखपुर स्थित केंद्रीय कार्यालयों में तैयारी में जुटे रहे। शाम तक बैलेट पेपर और बाक्स तैयार कर मुख्यालय सहित लखनऊ, वाराणसी और इज्जतनगर मंडल के लिए भेज दिए गए। मतदान के लिए रेलवे स्टेशन और कारखानों सहित सभी विभागों में बैलेट बाक्स रखे जाएंगे। रेल लाइनों पर कार्य करने वाले या कार्यालयों में कम कर्मचारी हैं, कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी खुद बाक्स ले जाकर मतदान सुनिश्चित कराएंगे। कर्मचारियों के पास बैलेट पेपर समय रहते पहुंचा दिए जाएंगे। कर्मी ड्यूटी के दौरान कभी भी बैलेट पेपर पर नाम लिख, हस्ताक्षर कर पुरानी पेंशन के लिए हड़ताल करें या न करें पर सही निशान लगाकर बाक्स में डाल देंगे। 22 नवंबर की शाम पांच बजे से मतों की गिनती शुरू होगी। यूनियनों के माध्यम से फेडरेशन हड़ताल के पक्ष या विपक्ष में पड़े मत से रेल मंत्रालय और कर्मियों के अलावा जिन विभागों बोर्ड को नोटिस जारी कर अवगत कराएंगे। उसके बाद हड़ताल पर अंतिम निर्णय होगा। एनई रेलवे मजदूर यूनियन के महामंत्री केएल गुप्ता ने बताया कि तीस हजार से अधिक बैलेट पेपर छपवाये गए हैं। मुख्यालय के लिए 12 और इतने ही मोबाइल बाक्स तैयार किए गए हैं। इसी क्रम में पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के संयुक्त महामंत्री एके सिंह ने बताया कि मतदान के लिए मुख्यालयों पर 70 बूथ बनाए जाएंगे। कर्मचारियों को जागरूक किया जा रहा है। पूर्वोत्तर रेलवे में लगभग 50 हजार कर्मचारी तैनात हैं।