एक आधार नंबर दो-दो शिक्षकों की नियुक्ति का मामला सामने आया है। यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इन्फार्मेशन सिस्टम फॉर एजुकेशन। (यू-डायस) पर मामला पकड़ में आने के बाद जांच शुरू हो गई है। अकेले प्रयागराज में 300 से अधिक शिक्षक डुप्लीकेट आधार नंबर पर नौकरी करते मिले हैं। हालांकि इनमें से अधिकांश निजी स्कूलों में कार्यरत हैं। निजी स्कूलों में शिक्षकों की पूरी संख्या दिखाने के लिए कई बार एक ही शिक्षक को दो जगह दिखा दिया जाता है। यू-डायस पर डुप्लीकेट आधार नंबर पर कार्यरत शिक्षकों की सूचना मिलने के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी ने खंड शिक्षाधिकारियों को डाटा मिलान के निर्देश दिए हैं। इनमें से कई मामलों में तो एक ही स्कूल के दो अलग- अलग शिक्षकों का एक आधार नंबर है। इसे अपलोडिंग के समय गलती मानी जा सकती है लेकिन कई शिक्षक ऐसे हैं जो अलग-अलग स्कूलों में कार्यरत हैं और उनके नाम भी अलग हैं। चुनिदा मामलों में महिला और पुरुष शिक्षकों के समान आधार नंबर हैं। ऐसे में जांच का विषय है कि एक आधार नंबर दो अलग-अलग लोगों को कैसे अलॉट हो गया।