Mon. Dec 23rd, 2024

एक तरफ सरकार राजकीय व परिषदीय विद्यालयों की दिशा व दशा सुधारने के लिए कई योजनाएं संचालित कर रही है। सरकारी स्कूलों को कान्वेंट की तर्ज पर संचालित करने का पूरा प्रयास हो रहा है। इसे लेकर चहुंओर शोर भी है, लेकिन हालात कुछ और ही तस्वीर पेश कर रहे हैं जिले में संचालित राजकीय इंटर कालेजों के विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए लेक्चरर (प्रवक्ता) ही नहीं हैं। छह राजकीय इंटर कालेजों में सृजित 44 पद के सापेक्ष मात्र दो लेक्चरर की ही तैनाती है। कुछ ऐसा ही हाल जिले में संचालित 19 राजकीय हाईस्कूल का भी है। यहां भी लगभग 24 अध्यापकों की कमी है। दूसरी तरफ नगर पालिका परिषद क्षेत्र में बेसिक शिक्षा विभाग के 28 विद्यालय संचालित हैं। इन 28 विद्यालयों में मात्र 22 अध्यापकों की ही तैनाती है। इन स्कूलों में 4200 छात्र-छात्राएं विभाग कर रहा है।अध्यापकों की कमी पर एक नजर – मंडल मुख्यालय स्थित राजकीय बालिका इंटर कालेज में वर्तमान में 2163 छात्राएं पंजीकृत हैं। यहां जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान, गणित, अंग्रेजी, हिंदी, भूगोल, इतिहास, नागरिक शास्त्र, गृह विज्ञान, मनोविज्ञान, उर्दू, संस्कृत, कला व संगीत, अर्थशास्त्र विषय की पढ़ाई होती है। इसके लिए यहां 14 प्रवक्ता के पद सृजित हैं। इनमें से एक की भी तैनाती नहीं है। मुख्यालय पर संचालित राजकीय इंटर कालेज में भी जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान, गणित, अंग्रेजी, हिंदी, संस्कृत, नागरिक शास्त्र, कृषि विज्ञान व भूगोल विषय पढ़ाई होती है। यहां अंग्रेजी विषय के अलावा किसी भी विषय के लिए प्रवक्ता की तैनाती नहीं है। इसी प्रकार राजकीय इंटर कालेज मसकनवा में भी दस के सापेक्ष मात्र एक प्रवक्ता की तैनाती है। वहीं अभिनव राजकीय इंटर कालेज में दस प्रवक्ता के सापेक्ष केवल प्रधानाचार्य की तैनाती है। कर्नलगंज, नवाबगंज गोंडा नगर पालिका परिषद क्षेत्र में बेसिक शिक्षा विभाग के 28 विद्यालय संचालित हैं। इन 28 विद्यालयों में मात्र 22 अध्यापकों की ही तैनाती है। इन स्कूलों में 4200 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। बिना अध्यापक वाले नौ विद्यालयों को शिक्षामित्र व अंशकालिक अनुदेशक से संचालित करने का दावा विभाग कर रहा है।

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