प्रयागराज की पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य जैसा एक मामला यहां चर्चा का विषय बना हुआ है। हुआ यूं कि शादी के बाद एक असिस्टेंट प्रोफेसर ने पत्नी को पढ़ा- लिखाकर तैयारी कराई। आरोप है कि ब्लॉक स्तर पर अफसर पद पर चयनित होने के बाद महिला की के ही चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी से स्टाफ दोस्ती हो गई। पति बांदा से मिलने पहुंचा तो महिला अफसर ने पति को कर्मचारी से पिटवा दिया और तीन साल की बेटी से मिलने तक न दिया। घटना सोमवार दोपहर कुछेछा स्थित विकास भवन के बाहर की है। पुलिस ने आरोपी कर्मी के खिलाफ शांतिभंग की कार्रवाई की है। बांदा निवासी 35 वर्षीय युवक लखनऊ के सरकारी कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर है। उसकी शादी दस साल न पूर्व हुई थी। मौजूदा समय में पत्नी भरुआ सुमेरपुर में रहती है। पति के अनुसार शादी के बाद भी उन्होंने अपनी पत्नी की पढ़ाई-लिखाई जारी रखी ताकि वह अपने पैरों पर खड़ी हो सके। दोर साल पूर्व ही पत्नी का चयन एक सरकारी विभाग में ब्लॉक स्तर की अधिकारी के पद पर हुआ। इसके बाद पत्नी के रंग-ढंग बदल गए। इसी दौरान उसे एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी मदद के लिए मिला था उससे उसकी मित्रता हो गई। पति का आरोप है कि जब से उक्त कर्मचारी पत्नी के संपर्क में आया है परिवार में आए दिन विवाद होने लगे। डेढ़ सालों से बात इतनी बढ़ गई कि मामला कोर्ट तक पहुंच गया। आरोप लगाया कि पत्नी मुझे बेटी से भी मिलने नहीं देती है।