जिले के प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में पढ़ने वाले 34,498 बच्चों को शिक्षासत्र बीतने के बाद भी यूनीफॉर्म, जूता-मोजा और स्कूल बैग के लिए रुपये नहीं मिले हैं। विभागीय अधिकारी पिछले वर्ष के बच्चों को भूल गए हैं। अब नए शिक्षासत्र में प्रवेश लेने वाले बच्चों के खाते में धनराशि भेजने के लिए डाटा मांगा है। वर्ष 2023-24 में जिले के प्राइमरी, मिडिल, मदरसा, सहायता प्राप्त और राजकीय स्कूलों में कक्षा एक से आठ तक में पढ़ने वाले बच्चों को निःशुल्क शिक्षा के तहत यूनिफॉर्म, स्वेटर, स्कूल बैग और जूता-मोजा स्कूलों में वितरित किया जाता था। जिले में नामांकित 2,36,253 बच्चों का डाटा भेजकर 1200-1200 सौ रुपये भेजने की मांग की गई।इसमें अधिकांश बच्चों केअभिभावकों के खाता नंबर और आधार नंबर में अंतर आने के कारण भुगतान नहीं किया जा रहा है। इधर, बेसिक शिक्षा विभाग के शीर्ष अफसरों ने विभाग को पत्र जारी कर नए सत्र में दाखिला लेने वाले बच्चों का डाटा 20 मई तक मुहैया कराने को कहा है। तीन चरण में 2,01,755 बच्चों के खाते में धनराशि आ गई, मगर 34,498 बच्चों के खाते में अभी तक धनराशि नहीं आई है। आश्चर्य की बात यह है कि विभागीय अफसरों ने एक अप्रैल से नई कक्षाओं में दाखिला लेने वाले बच्चों का डाटा मांगा जा रहा है।