राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में अब स्वच्छता के प्रति अनदेखी नहीं की जा सकेगी। विद्यालयों को मिली कंपोजिट ग्रांट (अनुदान) का दस फीसदी स्वच्छता कार्यक्रम पर खर्च करना होगा। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से विद्यालयों को कंपोजिट ग्रांट भेजने के साथ स्वच्छता कार्यक्रम संबंधी निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं।जिले में 43 राजकीय माध्यमिक विद्यालय संचालित हैं। विद्यालयों को वर्ष 2024-25 के लिए कंपोजिट ग्रांट जारी की गई है। 100 कम विद्यार्थियों की संख्या वाले करीब 20 विद्यालयों को 25 हजार और 101 से 250 तक विद्यार्थियों की संख्या वाले दस विद्यालयों को 50 हजार रुपये कंपोजिट ग्रांट दिया गया है। वहीं 251 से एक हजार विद्यार्थियों की संख्या वाले दसविद्यालयों को 75 हजार रुपये की धनराशि जारी की गई है। धनराशि के व्यय से पहले प्रत्येक विद्यालयों में आवश्यकताओं का आकलन करते हुए प्राथमिकताएं निर्धारित की जाएंगी। कंपोजिट ग्रांट से विद्यालयों में साफ-सफाई, पेयजल आपूर्ति, रंगाई व पुताई, बिजली आपूर्ति व्यवस्था और स्टेशनरी के कार्य किए जाएंगे।विद्यालयों को आवंटित धनराशि का उपयोग 31 जनवरी 2025 तक करना है। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय द्वारा विद्यालयों को व्यय की धनराशि की आख्या प्रस्तुत करने का निर्देश भी दिया गया है। डीआईओएस सरदार सिंह ने बताया कि राज्य परियोजना निदेशक माध्यमिक शिक्षा अभियान लखनऊ की ओर से मिले निर्देश के तहत विद्यालयों को धनराशि भेजकर व्यय करने के निर्देश जारी किए गए हैं। दस फीसदी धनराशि स्वच्छता कार्य की जाएगी।