पुलिस के लेखा एवं गोपनीय संवर्ग के संवेदनशील पदों पर आउटसोर्सिंग के जरिये भर्ती करने का गलत पत्र जारी होने के मामले की जांच शुरू कर दी गई है। एडीजी स्थापना संजय सिंघल ने बताया कि यह पत्र किन परिस्थितियों में जारी हुआ और उसे बिना परीक्षण के शाखाओं में भेजा गया, इसकी जांच का जिम्मा अपर पुलिस अधीक्षक, स्थापना को सौंपा गया है। जांच में दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह पत्र चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की आउटसोर्सिंग से भर्ती कराने के बारे में जारी होना था। पुलिस विभाग में 40 पदों पर आउटसोर्सिंग के जरिये भर्ती करने का नियम है। इनमें से 30 पदों पर वर्तमान में भर्ती भी होती है। लेखा, लिपिक और गोपनीय संवर्ग के उपनिरीक्षक एवं सहायक उपनिरीक्षक के पदों पर सीधी भर्ती की जाती है, जिसका अधियाचन कुछ दिन पहले पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड भेजा जा चुका है। बता दें कि उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने बीते वर्ष नवंबर में मिनिस्ट्रियल संवर्ग के 910 पदों पर सीधी भर्ती का विज्ञापन भी जारी किया था।