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मां-बेटी की उम्र में सात वर्ष का अंतर…! चौंकाने वाले इस तथ्य का आधार सरकारी प्रपत्र हैं। आरोप है कि मां-बेटी ने फर्जी प्रपत्रों के माध्यम से नौकरी प्राप्त कर ली। मां गुरुमीत बाल विकास परियोजना अधिकारी और बेटी डा. सरनजीत कौर जिला पंचायत राज अधिकारी पद से सेवानिवृत हुईं। उनके सेवानिवृति पत्रों के आधार पर एक व्यक्ति ने कोर्ट में प्रार्थनापत्र देकर कार्रवाई की मांग की। अब कोर्ट के आदेश पर दोनों के विरुद्ध धोखाधड़ी के आरोप में प्राथमिकी पंजीकृत कर ली गई। विजयपाल सिंह ने दर्ज कराए मुकदमे में उल्लेख किया कि बदायूं में तैनात रहीं जिला पंचायती राज अधिकारी डा. सरनजीत कौर 31 अगस्त 2021 को सेवानिवृत हुईं थीं। उनकी मां अमरोहा में बाल विकास परियोजना अधिकारी थीं। उनकी सेवानिवृति तीन नवंबर 2014 को हुई थी। दोनों के सरकारी प्रपत्रों में इन्हीं तिथियों आरोप लगाया कि फर्जी प्रपत्रों से दोनों ने नौकरी प्राप्त कर ली। इसके बाद निर्धारित समय से अधिक समय सेवारत रहकर सरकारी धन का दुरुपयोग किया। विभागीय और पुलिस अधिकारियों से भी शिकायत की गई थी मगर, कार्रवाई नहीं हुई। सिविल लाइंस थाने के इंस्पेक्टर गौरव विश्नोई ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर दोनों के विरुद्ध प्राथमिकी पंजीकृत की है। विवेचना में स्थिति स्पष्ट होगी।

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