एनटीए की ओर से नीट के रिजल्ट की घोषणा के बाद से ही शिकायतें शुरू हो गई थी। 4 जून को नीट-यूजी 2024 के नतीजों की घोषणा के बाद से ही छात्रों, अभिभावकों और विशेषज्ञों ने रिजल्ट अप्रत्याशित होने की शिकायत की।एनटीए पैनल छात्रों को क्लैट में इसी तरह की घटना के संबंध में 2018 के सुप्रीम कोर्ट के फैसले द्वारा स्थापित फॉर्मूले पर आधारित ग्रेस अंक दिए, लेकिन एनटीए ने ग्रेस अंक की गणना के लिए इस्तेमाल किए गए फॉर्मूले को साझा नहीं किया। यह भी स्पष्ट नहीं है कि क्या उन्होंने क्लैट के फॉर्मूले का उपयोग किया था या उसमें संशोधन किया था। एजेंसी ने कहा कि छात्रों को उपलब्ध समय में हल किए गए प्रश्नों के आधार पर अंक दिया गया था। हालांकि विवाद के बाद अब ग्रेस अंक समाप्त करने का फैसला लिया गया है। नीट 2024 के नतीजे मूल रूप से निर्धारित तिथि से 10 दिन पहले 4 जून को प्रकाशित किए गए थे।