देशभर में छात्रों के आंदोलन और विपक्ष की चौरतरफा आलोचना के बाद आखिरकार चार दिन बाद केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने माना कि नीट-यूजी 2024 में कुछ स्थानों पर गड़बड़ी हुई है। प्रधान ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) में सुधार की जरूरत बताते हुए कहा कि नीट धांधली में यदि आयोजक संस्था एनटीए का कोई अधिकारी लिप्त पाया गया, तो उसे भी बख्शा नहीं जाएगा। इससे पहले शिक्षा मंत्री नीट में धांधली और पेपर लीक के आरोपों को झुठलाते हुए एनटीए के कामकाज को पारदर्शी बता रहे थे।-धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को कहा, नीट- यूजी 2024 में दो प्रकार के मुद्दे सामने आए थे। पहला, छह केंद्रों पर परीक्षा में अभ्यर्थियों को कम समय मिलने पर कृपांक देने का था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत 1,563 अभ्यर्थियों की फिर से परीक्षा कराने के आदेश दिए गए हैं। जो अभ्यर्थी परीक्षा नहीं देना चाहते हैं, उनके मार्कशीट से कृपांक हटा दिए जाएंगे। इसके बाद दोबारा मेरिट जारी होगी। दूसरा, कुछ स्थानों पर गड़बड़ी लग रही है। इस पूरे मामले की जांच हो रही है। प्रधान ने कहा, मैं छात्रों को आश्वस्त करता हूं कि सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है। हम सभी मसलों को निर्णायक स्थिति तक पहुंचाएंगे। गड़बड़ी की जानकारी भी सुप्रीम कोर्ट के समक्ष लाई जाएगी। अदालत का जो भी आदेश होगा, उसके अनुसार काम करेंगे। उन्होंने कहा, इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होगी और कोई भी दोषी बच नहीं पाएगा। दोषियों को कठोरतम सजा दिलाई जाएगी। नीट में धांधली को लेकर देशभर में छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी है और वे परीक्षा रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं।