जिले के 236 उच्च प्राथमिक परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत लगभग 35 हजार बच्चों को डेस्क-बेंच पर बैठ पढ़ने की सुविधा मिलेगी। इसकी आपूर्ति के लिए शासन की ओर से 4.26 करोड़ रुपये का बजट दिया गया है। टेंडर प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद चिह्नित विद्यालयों में फर्नीचर पहुंचना प्रारंभ हो जाएगा। निजी स्कूलों से बराबरी करने की दिशा में बेसिक शिक्षा विभाग ने एक कदम और बढ़ाया है। परिषदीय विद्यालयों को सुविधाओं से परिपूर्ण करने के लिए कायाकल्प योजना चलाई जा रही है। योजना के तहत विद्यालय में चहारदीवारी निर्माण, प्रसाधन निर्माण, पेयजल व्यवस्था समेत 14 बिंदुओं पर ग्राम पंचायत निधि से काम कराया जा रहा है। अब तक 84 फीसदी काम पूरे भी हो चुके हैं। इसके साथ शासन ने उच्च प्राथमिक विद्यालयों में फर्नीचर उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। पहले चरण में 236 मिडिल स्कूलों का चयन किया गया है। श्री सीटर डेस्क-बेंच पर बच्चों को बैठने के लिए पर्याप्त जगह मिलेगी। टेंडर प्रकिया पूरे होते ही आपूर्ति प्रारंभ हो जाएगी। 35,451 छात्र-छात्राओं को इसका लाभ मिलेगा। अब उन्हें टाट पट्टी की बजाए डेस्क बेंच पर बैठकर पढ़ाई करने की सुविधा मिलेगी।