लोकसभा चुनाव में ड्यूटी न करने वाले 106 शिक्षकों ने विभाग को अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत किया है। सभी ने बीमार होने का हवाला दिया है। जिसको लेकर शिक्षा विभाग असमंजस में है। शिक्षकों के स्पष्टीकरण को बेसिक शिक्षा अधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी के पास भेज दिया है। शिक्षकों के स्पष्टीकरण पर उच्चाधिकारियों ने नाराजगी जताई है। अब सीडीओ मामले में कार्रवाई करेंगे।जिले में छठवें चरण में 25 मई को मतदान हुआ। चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए करीब छह हजार कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। इसमें दाई से तीन हजार शिक्षकों की ड्यूटी लगी थी। साथ ही चेतावनी दी कि अगर कोई शिक्षक ड्यूटी पर नहीं पहुंचता है तो उसपर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।24 मई को कलेक्ट्रेट परिसर से बूथों पर पोलिंग पार्टियां रवाना की गई। उस दौरान ज्ञानपुर, डीघ, सुरियावां, अभोली, भदोही और औराई ब्लॉक के 106 शिक्षक बिना किसी सूचना के अनुपस्थित रहे। चुनाव खत्म होने के बाद अब ऐसे लापरवाह शिक्षकों पर प्रशासनिक कार्रवाई शुरू की गई।मुख्य विकास अधिकारी की संस्तुति पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने 106 शिक्षकों का जून का वेतन रोकते हुए एक सप्ताह में स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया था। एक सप्ताह से लेकर 10 दिनों में शिक्षकों ने विभाग को स्पष्टीकरण प्रस्तुत किया। जिसमें सभी शिक्षकों ने बीमार होने की बात कहकर ड्यूटी में असमर्थता जताई है।