बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति सोमवार से ऑनलाइन हुई। इसके लिए हर विद्यालयों में दो दो टैबलेट दिए गए। इसी टैबलेट में प्रेरणा पोर्टल पर लाइव लोकेशन के साथ उपस्थिति दर्ज करानी थी। विद्यालय के आसपास के नेटवर्क को देखते हुए टैबलेट के लिए एयरटेल और वीआई के सिम दिए गए।टैबलेट का नेटवर्क तो काम कर रहा है लेकिन शिक्षकों ने उपस्थिति देने से इन्कार कर दिया। शिक्षकों ने उपस्थिति नहीं दर्ज की और दोपहर बाद सिविल लाइंस में धरना दिया। उसके बाद मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा।राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ प्राथमिक संवर्ग के प्रदेशीय आह्वान पर शिक्षकों ने ऑनलाइन उपस्थिति का विरोध करते हुए प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। जिलाध्यक्ष कामता नाथ ने कहा कि ऑनलाइन उपस्थिति तुगलकी फरमान है। विना जमीनी हकीकत जाने ही अव्यवहारिक आदेश दिए गए। व्यावहारिक कठिनाइयों को दूर किए बिना इसे लागू करा पाना संभव नहीं है।महामंत्री राम आसरे सिंह ने कहा कि डिजिटाइजेशन से जुड़ी मौलिक समस्याओं को दूर नहीं किया गया। उपाध्यक्ष केके सिंह और योगेंद्र प्रसाद मिश्रा ने कहा कि प्रमुख समस्याओं का समाधान किए बिना ही यह आदेश किया गया है। इससे शिक्षकों में शासन और विभाग के प्रति आक्रोश है।