परिषदीय विद्यालयों में डिजिटल अटेंडेंस पर सख्ती किए जाने और शिक्षकों से इसे लगवाने के विभागीय दबाव के बाद कई जिलों में शिक्षक संकुल ने इस काम से सामूहिक त्यागपत्र दे दिया। साथ ही अपने व्यक्तिगत मोबाइल नंबर का सरकारी काम में प्रयोग न करने का एलान करते हुए शिक्षकों का शनिवार को भी विरोध जारी रहा। इस बीच, राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों व कर्मचारियों की बायोमीट्रिक अटेंडेंस अनिवार्य करने का आदेश भी जारी कर दिया गया है।दरअसल पांच-छह शिक्षकों को शिक्षक संकुल के रूप में तैनात किया जाता है। ये विद्यालयों को निपुण बनाने के लिए काम करते हैं। अब शिक्षा अधिकारी शिक्षक संकुलों पर शिक्षकों की डिजिटल अटेंडेंस लगवाने का दबाव बना रहे हैं। इसके विरोध में अमेठी, बरेली, आगरा, अलीगढ़, मैनपुरी आदि जिलों के शिक्षक संकुल ने त्यागपत्र दे दिया। उन्होंने संकुल कार्य में रुचि न होने को इसका कारण बताया है। शिक्षक नेताओं के अनुसार कई जगह पर खंड शिक्षा अधिकारी स्कूलों में जाकर डिजिटल उपस्थिति के लिए शिक्षकों को डरा- धमका रहे हैं तो कहीं वेतन रोकने की भी धमकी दे रहे हैं। अधिकारी शिक्षकों से कह रहे हैं कि यदि आप अपनी उपस्थिति नहीं देना चाहते हैं तो बच्चों की डिजिटल उपस्थिति दें।