डिजिटल अटेंडेंस को लेकर शिक्षकों की नाराजगी दूर करने के लिए मुख्यमंत्री ने सभी डीएम, बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) और सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी (एबीएसए) के साथ मिलकर शिक्षकों व शिक्षक प्रतिनिधियों से संवाद करने के निर्देश दिए हैं। उनके प्रतिवेदन प्राप्त कर मुख्यालय को भेजें ताकि उनका समाधान किया जा सके। सीएम ने यह भी कहा है कि विद्यालयों में पठन-पाठन सुचारु रूप से चलता रहे, यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए। इससे पहले भी सीएम ने विभागीय अधिकारियों को शिक्षकों से वार्ता कर समाधान निकालने के निर्देश दिए हैं। राजधानी में डीएम और बीएसए को सौंपा ज्ञापन बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में डिजिटल अटेंडेंस के विरोध में सोमवार को जिलाधिकारी और बेसिक शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर अपनी समस्याएं गिनाई। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ यूपी के जिलाध्यक्ष सुधांशु मोहन की अगुवाई में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन दिया। इसी तरह शिक्षक शिक्षामित्र अनुदेशक कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के तहत शिक्षकों ने जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार से मुलाकात करके ज्ञापन सौंपा। डिजिटल अटेंडेंस को लेकर शिक्षकों ने तकनीकी समस्याएं भी गिनाई हैं। उनके मुताबिक प्रेरणा पोर्टल एप की प्राइवेसी पॉलिसी में 13 वर्ष से कम आयु के बच्चों का रिकार्ड रखने नियम नहीं है। जबकि बेसिक स्कूल में पढ़ने वाले ज्यादातर बच्चे 13 साल से कम आयु के हैं।