परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में तमाम कोशिशों के बावजूद बड़ी संख्या में बच्चे बगैर यूनिफॉर्म पहने आ रहे हैं। बेसिक शिक्षा विभाग के आंकड़ों की मानें तो अब तक पंजीकृत 3.65 लाख छात्र-छात्राओं में से आधे से अधिक बच्चों के खाते में यूनिफॉर्म, बैग, जूता-मोजा वगैरह के लिए 1200-1200 रुपये प्रति छात्र के हिसाब से भेजे जा चुके हैं। लेकिन आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने जब स्कूलों में मंगलवार को पड़ताल की तो जमीनी हकीकत जुदा थी। कुछ स्कूलों में तो शिक्षकों और अभिभावकों के प्रयास से 90 प्रतिशत से अधिक बच्चे यूनिफॉर्म में आ रहे हैं। बड़ी संख्या में ऐसे बच्चे भी बगैर यूनिफॉर्म के आ रहे हैं जिनके खाते में रुपये तो भेजे जा चुके हैं।