बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों के समायोजन का मामला अभी लटका हुआ है। ऐसे में विद्यालयों का अनुपात नहीं सुधर पा रहा है। इस बार कहा जा रहा था कि शिक्षकों के समायोजन की प्रक्रिया 20 जुलाई तक पूरी कर दिया जायेगा लेकिन अभी तक प्रक्रिया रफ्तार नहीं पकड़ सकी है। जबकि शासन ने भी इस संबंध में पिछले माह ही अपनी मोहर लगा दी थी। सरकारी स्कूलों का संचालन प्रत्येक जिले में नगर क्षेत्र और ग्रामीण क्षेत्र दो श्रेणी में होता है। नगर व ग्रामीण दोनों ही विद्यालयों की स्थिति खराब है। काफी संख्या में ऐसे विद्यालय हैं जहां छात्र और शिक्षक अनुपात बहुत अंतर है। में स्थिति यह है कि जहां शिक्षकों की ज्यादा जरूरत है वहां कम है और जहां कम शिक्षकों जरूरत है वहां ज्यादा हैं। इसमें नगर क्षेत्र के विद्यालयों की स्थिति ज्यादा खराब है।