बिहार में उमस भरी गर्मी से गुरुवार को पश्चिम चंपारण और जहानाबाद जिले में 32 बच्चे बेहोश हो गए। पश्चिम चंपारण जिले के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में सुबह अलग-अलग कक्षाओं में मौजूद 20 छात्राएं और तीन छात्र बेहोश हो गए। इससे स्कूल में अफरातफरी मच गई। सूचना पर पहुंचे अभिभावकों ने हंगामा किया। आरोप लगाया कि स्कूल में छात्र- छात्राओं के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। क्षमता से अधिक छात्रों का नामांकन कर लिया गया है। कक्षा में पंखे मात्र दिखावे के लिए लगे हैं। एक बेंच पर आठ छात्र बैठते हैं। इस वजह से गर्मी के मौसम में समस्या बढ़ जाती है। स्कूल प्रबंधन ने बेहोश छात्राओं को एंबुलेंस और निजी सवारी से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। तीन छात्रों को ओआरएस का घोल दिया गया। वह स्वस्थ हो गए। वहीं, पांच छात्राओं की गंभीर स्थिति देख गवर्नमेंट मेडिकल कालेज अस्पताल, बेतिया रेफर किया गया। चिकित्सकों ने कहा कि सभी छात्राएं खतरे से बाहर हैं। गर्मी और उमस के कारण बेहोश हुई थीं। प्रधानाध्यापक उत्तम कुमार राय ने बताया कि प्रत्येक वर्ग कक्ष में चार चार पंखे लगाए गए हैं। अधिक उमस से छात्राएं बेहोश हुईं। जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण ने बताया कि बेहोश छात्राएं अभी ठीक हैं। छात्राओं की बेहोशी का कारण अधिक गर्मी बताया जा रहा है। कुछ छात्राएं बगैर नाश्ता किए स्कूल आ गई थीं। विभागीय स्तर पर इसकी जांच हो रही है। उधर, जहानाबाद जिले में आवासीय आंबेडकर बालिका विद्यालय में नौ छात्राएं अचेत हो गईं।