प्रदेश में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए सरकार 57 जिलों (मंडल मुख्यालय वाले 18 जिलों को छोड़कर) में मुख्यमंत्री मॉडल कंपोजिट विद्यालय का निर्माण कराएगी।इसमें से कुछ का निर्माण शुरू भी हो गया है। यहां पर प्री प्राइमरी (बाल वाटिका) से कक्षा 12 तक की पढ़ाई होगी। लगभग 3000 बच्चे इस विद्यालय में पढ़ाई कर सकेंगे। 25 एकड़ में बनने वाले इन विद्यालयों में पठन-पाठन की अत्याधुनिक सुविधाएं भी होंगी। बेसिक शिक्षा विभाग की योजना के अनुसार इन विद्यालयों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप छात्र छात्राओं के समग्र विकास पर फोकस किया जाएगा। यहां छात्रों को यूपी बोर्ड पाठ्यक्रम पर आधारित विज्ञान, गणित वाणिज्य व कला वर्ग में पढ़ाई का अवसर मिलेगा। साथ ही उत्कृष्ट शिक्षकों की तैनाती की जाएगी। यहां पर प्री प्राइमरी, प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी कक्षाओं के लिए अलग-अलग शैक्षणिक ब्लॉक बनाए जाएंगे। इतना ही नहीं आधुनिक गणित, विज्ञान, प्रयोगशाला, स्मार्ट क्लास, कंप्यूटर लैब, खेल कामैदान और केंद्रीकृत किचन भी बनेगा। इसी क्रम में कक्षा एक से 8 के लिए कम्पोजिट विज्ञान गणित प्रयोगशाला, कक्षा 9 से 12 के लिए रसायन, भौतिकी विज्ञान के लिए मॉड्यूलर प्रयोगशाला, कम्प्यूटर लैब व लैंग्वेज लैब, कक्षा एक से 8 व कक्षा 9 से 12 के लिए अलग- अलग पुस्तकालय, ओपन जिम के साथ मल्टीपल एक्टिविटी हॉल की भी सुविधा होगी।बच्चों के बहुमुखी विकास के लिए स्किल हब सेंटर बनेगा। इन विद्यालयों में सोलर पैनल व बरसात के पानी को एकत्र करने के लिए यंत्र, आरओ एंड यूवी वाटर प्लांट, मिड-डे-मील, किचन व डायनिंग हॉल, वॉशिंग एरिया, मल्टीपल हैंडवॉशिंग यूनिट की व्यवस्था होगी। साथ ही शिक्षक व शिक्षिकाओं के लिए अलग-अलग स्टाफ रूम भी बनाए जाएंगे।