Sat. Dec 21st, 2024

प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों में पार्ट टाइम (अंशकालिक) पीएचडी के लिए ज्यादा फीस वसूली जाएगी। कई विश्वविद्यालयों ने सेमेस्टरवार फीस भी तय कर दी है। यह फीस पूर्णकालिक पीएचडी छात्र-छात्राओं और पार्ट टाइम पीएचडी करने वाले विश्वविद्यालय या महाविद्यालयों के शिक्षकों, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों से ली जाने वाली फीस से ज्यादा है। विश्वविद्यालयों ने प्रायोगिक और गैर प्रायोगिक विषयों के आधार पर दो श्रेणियों में बांटकर फीस तय की है, जो तीन वर्गों के लिए अलग-अलग है। इसमें फुल टाइम रेगुलर, विश्वविद्यालय या महाविद्यालय के पार्ट टाइम पीएचडी करने वाले शिक्षक व कर्मचारी, अन्य सरकारी सेवाओं और निजी सेवाओं में कार्यरत लोग शामिल हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *