प्रदेश के 746 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों की छात्राओं की बेहतर सुरक्षा व्यवस्था के लिए अब मजिस्ट्रेट के नेतृत्व वाली तीन सदस्यीय टीम हर तीन महीने में निरीक्षण करेगी। यही नहीं इन विद्यालयों में महिला होमगार्ड की तैनाती होगी और रात में पुलिस गश्त होगी। ताकि किसी तरह की कोई दुर्घटना व अव्यवस्था न हो। इस संबंध में शासन ने विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं।शासन ने कहा है कि मजिस्ट्रेट के नेतृत्व वाली टीम में एक महिला सदस्य भी होगी। इसमें सभी आवश्यक व्यवस्थाओं के साथ सुरक्षा पर विशेष फोकस किया जाएगा। इसकी रिपोर्ट डीएम को दी जाएगी। इसके अतिरिक्त डायट प्राचार्य हर महीने कम से कम चार विद्यालय, मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक एक विद्यालय, बीएसए चार विद्यालयों का निरीक्षण करेंगे।बीईओ हर सप्ताह और जिला समन्वयक बालिका शिक्षा महीने में दो बार इन विद्यालयों का निरीक्षण करेंगे। अगर शाम पांच बजे के बाद निरीक्षण हो रहा है तो महिला अधिकारी-कर्मचारी का होना अनिवार्य होगा। विद्यालयों की दीवारों पर सभी प्रमुख अधिकारियों के नंबर भी लिखाने के निर्देश दिए गए हैं। हर शनिवार को मीना मंच की बैठक में सेफ टच, बैड टच, आदि के प्रति छात्राओं को जागरूक करने को कहा गया है।प्रमुख सचिव ने यह भी निर्देश दिया है कि विद्यालयों के चपरासी, चौकीदार व सुरक्षा गार्ड का छात्राओं के शौचालय व स्नानागार में प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित होगा। वे गार्ड रूम में ही रहेंगे। सीसीटीवी पूरी तरह से क्रियाशील हों।