माध्यमिक शिक्षा सेवा आयोग ने एक नया फरमान जारी किया है जिसक तहत अब पीजीटी अभ्यर्थियों के लिए परास्नातक के साथ बीएड की डिग्री अनिवार्य कर दिया है। इस नए फरमान से केवल परास्नातक अभ्यर्थियों में खलबली मच गई है। बीएड का पाठ्यक्रम दो साल का होने के कारण अब केवल परास्नातक डिग्री धारियों को दो साल तक आवेदन पत्र भरने से वंचित रहना होगा।जिले के सैकड़ों अभ्यर्थी टीजीटी और पीजीटी परीक्षा का इंतजार कर रहे थे। इस बीच एक नया फरमान आया कि अब पीजीटी अभ्यर्थियों को भी बीएड की डिग्री हासिल करनी होगी तभी वह इस पद के लिए अर्ह होंगे। राजकीयइंटर कॉलेज में निकले प्रवक्ता पदों के लिए यह अनिवार्यता निर्धारित की गई है। इस नए फरमान से जो अभ्यर्थी परास्नातक की उपाधि हासिल कर टीजीटी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे उनको जोर का झटका लगा है। अब बीएड की डिग्री हासिल करने में दो साल लगेंगे।