Mon. Jun 30th, 2025

प्रदेश के बेसिक माध्यमिक विद्यालयों में डिजिटल व्यवस्था को लागू कराने की कवायद गति नहीं पकड़ पा रही है। हालत यह है कि सत्र 2024-25 के दस लाख से ज्यादा छात्रों का यू डायस पोर्टल में प्रोफाइल ही नहीं – अपडेट नहीं किया गया है। इससे जहां – उनका अगली क्लास में नामांकन प्रभावित हो रहा है वहीं कई योजनाओं को लागू करने व बजट आवंटन में – दिक्कत आ रही है।प्रदेश में बेसिक माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ रहे छात्रों का नाम, – पता, जन्मतिथि, अभिभावक का नाम, नामांकन नंबर, मोबाइल नंबर, कक्षा, आधार नंबर, प्रवेश की तिथि, संबंधित – शिक्षकों, पिछले स्कूल आदि से जुड़ी – जानकारी यू-डायस पोर्टल पर अपडेट – किया जाता है। इसके साथ ही बच्चे का एक यू-डायस कोड जारी किया जाता है। इस कोड से संबंधित छात्र के बारे में पूरी जानकारी मिल जाती है।इतना ही नहीं यू-डायस पोर्टल पर नामांकित छात्रों का डाटा ही वास्तविक माना जाता है। बाकी संख्या को बोगस मानते हैं। इसी आधार पर मिड-डे-मील समेत विभिन्न योजनाओं के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार से बजट भी जारी किया जाता है। किंतु अभी तक 2024-25 का ही छात्रों का प्रोफाइल डाटा नहीं अपडेट किया गया। इसकी वजह से नए सत्र 2025-26 में छात्रों का अगली क्लास में नामांकन भी प्रभावित हो रहा है।महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने बताया है कि बेसिकमाध्यमिक के 38375 विद्यालय के 901791 छात्रों के प्रोफाइल अपडेट करने का काम शुरू ही नहीं किया गया है। वहीं 16826 विद्यालयों के 145726 छात्रों के प्रोफाइल अपडेट करने का काम शुरू किया लेकिन इसे फाइनल लॉक नहीं किया गया है। उन्होंने सभी बीएसए से इस पर नाराजगी जताई। साथ सभी को निर्देश दिया है कि बचे हुए छात्रों का डाटा इंट्री व अपडेशन का काम अपडेट करके उसका जिला व ब्लॉक स्तर पर सत्यापन भी सुनिश्चित कराएं। रिकॉर्ड में अंतर भी बन रहा है बाधा : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (चंदेल गुट) के प्रदेश मंत्री संजय द्विवेदी ने कहा कि यू-डायस पोर्टल में प्रोफाइल अपडेट करने में बच्चों के रिकॉर्ड में अंतर भी बाधा बन रहा है। बच्चे की टीसी में जन्मतिथि कुछ और है, आधार में कुछ और, ऐसे में यू-डायस पोर्टल पर उसका डाटा ही नहीं अपडेट होगा।

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