प्रदेश में 15 मई से 15 जून के बीच अधिकारियों और कर्मचारियों के तबादले होंगे। जिले में तीन साल और मंडल में सात साल पूरे कर चुके समूह क व ख के अधिकारी स्थानांतरित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में स्थानांतरण नीति-2025-26 को मंजूरी दे दी गई। बीते वर्ष आई तबादला नीति में सिर्फ 15 दिन का समय दिया गया था, जबकि इस बार एक महीने का समय दिया गया है। तीन और सात साल की अवधि में विभागाध्यक्ष और मंडलीय कार्यालयों में की गई तैनाती अवधि को नहीं जोड़ा जाएगा। मंडलीय कार्यालयों में तैनाती की अधिकतम अवधि तीन वर्ष होगी और इसके लिए सर्वाधिक समय से कार्यरत अधिकारियों के स्थानांतरण प्राथमिकता पर होंगे। जारी नीति के अनुसार, समूह क और ख के स्थानांतरण संवर्गवार कार्यरत अधिकारियों की संख्या के अधिकतम 20 प्रतिशत और समूह ग व घ के कार्मिकों के स्थानांतरण संवर्गवार कुल कार्यरत कार्मिकों की संख्या के अधिकतम 10 प्रतिशत की सीमा तक किए जा सकेंगे। समूह ग के लिए पटल परिवर्तन या क्षेत्र परिवर्तन के संबंध में 13 मई 2022 को जारी शासनादेश का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। समूह ख एवं समूह ग के कार्मिकों के स्थानांतरण मेरिट बेस्ड ऑनलाइन ट्रांसफर सिस्टम के आधार पर किए जाने की व्यवस्था है। ब्यूरो >> दिव्यांग बच्चों को जहां मिले बेहतर चिकित्सा, माता-पिता का वहां तबादला।