विजिलेंस टीम ने मैनपुरी में हुए एक और फर्जीवाड़े की जांच की है। एसपी विजिलेंस आलोक शर्मा ने बताया कि मैनपुरी में सहायक अध्यापिका के पद से सेवानिवृत्त हुईं मिथलेश मिश्रा की फर्जी नियुक्ति की शिकायत की गई थी। जांच में सामने आया कि वह शिक्षा विभाग में कार्यरत कौशलेंद्र कुमार मिश्रा की मां हैं। मिथलेश की जन्मतिथि सेवा पुस्तिका में 15 जुलाई 1956 अंकित है।इस पर उनकी हाईस्कूल की सनद की प्रति जांच के लिए माध्यमिक शिक्षा परिषद कार्यालय प्रयागराज भेजी गई। जांच में पता चला कि कौशलेंद्र ने हाईस्कूल की परीक्षा 1982 में प्रथम श्रेणी में पास की थी। इसमें उनकी जन्मतिथि 12 जुलाई 1968 है। मिथलेश कुमारी की हाईस्कूल की सनद का वर्ष 1976 का सत्यापन किया गया। मगर, वह सही नहीं पाई गई। उनके नाम की जगह पर किसी और का नाम अंकित मिला।उन्होंने फर्जी सनद तैयार की थी। जांच में पता चला कि उन्होंने सनद की मदद से अन्य परीक्षाएं पास कीं। इसके बाद सहायक अध्यापिका के पद पर भर्ती हो गईं। वह 31 मार्च 2017 को सेवानिवृत्त हो गईं। मामले में उनको भी फर्जीवाड़े में आरोपी बनाया गया है। मां-बेटे की जन्मतिथि में मात्र 12 साल का ही अंतर मिला।विजिलेंस में शिक्षा विभाग की 25 से अधिकजांचें लंबित : विजिलेंस आगरा की ओर से अलग-अलग विभागों में अनियमितता, घोटालों की शिकायतों की जांच की जा रही है। इनमें शिक्षा विभाग की ही 25 से अधिक शिकायतें लंबित हैं। इनमें साक्ष्य संकलन किया जा रहा है।