प्रदेश में बेसिक,माध्यमिक और उच्च शिक्षा विभाग के संस्थानों के साथ ही श्रम, समाज कल्याण व अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के शिक्षकों-कर्मचारियों को भी कैशलेस इलाज की सुविधा मिलेगी। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने इन तीनों विभागों को पत्र भेजकर शिक्षकों व कर्मचारियों का ब्योरा मांगा है।शिक्षक दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणा के मुताबिक बेसिक, माध्यमिक व उच्च शिक्षा विभाग के शिक्षकों के साथ ही शिक्षामित्रों, अनुदेशकों व रसोइयों को इस योजना का लाभ मिलना था। इसी क्रम में माध्यमिक शिक्षा विभाग के उप सचिव संजय कुमार ने इन विभागों के साथ ही समाज कल्याण विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग और श्रम विभाग को भी पत्र भेजा है।इसमें इन विभागों द्वारा चलाए जा रहे विद्यालयों के शिक्षकों, शिक्षामित्रों, कर्मचारियों, अनुदेशकों व रसोइयों को भी कैशलेस चिकित्सा सुविधा का लाभ दिया जाना है। इसके मद्देनजर इन विभागों के शिक्षकों, शिक्षणेतर कर्मचारियों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों व रसोइयों की संख्या और इस पर आने वाले खर्च की जानकारी मांगी गई है। इसके लिए एक प्रारूप जारी किया गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि अब तक इस योजना से लाभान्वित होने वाले शिक्षकों की संख्या 11 लाख और ज्यादा बढ़ेगी। समाज कल्याण विभाग के एडेड विद्यालयों के 1264 शिक्षकअल्पसंख्यक कल्याण विभाग के विद्यालयों के 9889 शिक्षक व 8367 कर्मचारीश्रम विभाग के विद्यालयों के 55 शिक्षक, 261 कर्मचारी व 61 रसोइये