प्राथमिक विद्यालय नदवा के प्रधानाध्यापक बृजेंद्र वर्मा की ओर से बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह की बेल्ट से पिटाई का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। बृहस्पतिवार को विधायक महमूदाबाद आशा मौर्या ने स्कूल में पढ़ाई शुरू कराने का प्रयास किया। स्कूल में बंद तीन ताले तुड़वाकर सफाई करवाई, लेकिन बच्चे व अभिभावक बृजेंद्र कुमार वर्मा को वापस बुलाने की मांग पर अड़े रहे। स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया। विधायक के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मारपीट का आरोप भी लगा दिया। इस बीच विद्यालय पहुंचे दो शिक्षक दोपहर दो बजे तक बैठकर इंतजार करते रहे, लेकिन पंजीकृत १० बच्चों में से कोई भी पढ़ने नहीं पहुंचा। उधर, सीजेएम कोर्ट ने आरोपी बृजेंद्र वर्मा की जमानत याचिका खारिज कर दी।बृहस्पतिवार सुबह करीब आठ बजे विधायक आशा मौर्या एसओ सदरपुर राजेश कुमार के साथ विद्यालय पहुंचीं। उस समय बच्चे व अभिभावक स्कूल के बाहर खड़े थे। विधायक ने ग्रामीणों से स्कूल की चाभी के बारे में पूछा। चाभी नहीं मिली तो उन्होंने पुलिस के सहयोग से मुख्य गेट व दो कमरों का ताला तुड़वाया। तीसरा कमरा अंदर से लॉक होने के कारण नहीं खुल सका। इसके बाद कर्मचारी को बुलाकर सफाई करवाई।एआरपी श्रीकृष्ण तिवारी व शिक्षामित्र अनुराग श्रीवास्तव विद्यालय संचालन के लिए वाहर खड़े थे। विधायक ने बच्चों से स्कूल आने के लिए कहा, लेकिन बच्चे प्रधानाध्यापक को वापस बुलाने की मांग पर अड़े रहे। विधायक करीब दो घंटे तक अभिभावकों से बात करती रहीं, लेकिन बात नहीं बनी। बच्चे घर लौट गए। बिबाद की जड़ मानी जा रहीं शिक्षिका अवंतिका को बीएसए ने निलंबित कर दिया।
बच्चों ने विधायक पर मारपीट क&
#x93E; लगाया आरोप कक्षा तीन की निशा देवी, सुनैना, मुस्कान, विनीत, शुभम, शिवम, अतुल, कक्षा चार के नीलेश, सुमन, नरेंद्र, अनिकेत, कक्षा पांच की कोमल, मानसी, विशुन कुमार समेत बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने ताला तोडने के दौरान विधायक पर मारपीट करने व धक्का देने का आरोप लगाया। बच्चों ने यह भी कहा कि उनकी मैम स्कूल में पढ़ाने की जगह मेकअप करती रहती थीं। वहीं, विवाद की सूचना पर नायब तहसीलदार राकेश त्रिपाठी, बीईओ सीमा सिंह चौहान ने मौके पर पहुंचकर बच्चों व ग्रामीणों को समझाया। बस दो मिनट में निकल गई बीईओ : बीएसए के निर्देश पर बीईओ सीमा चौहान विद्यालय पहुंचीं। उन्होंने शिक्षकों को विद्यालय संचालन का निर्देश दिया। महज दो मिनट रुककर ही वह चली गई। बीईओ ने विद्यालय के हालात नहीं देखे और न ही ग्रामीणों से कोई वार्ता की।प्रधानाध्यापक की पत्नी बोलीं, पति को बीएसए कर रहे थे प्रताड़ित : प्रधानाध्यापक बृजेंद्र वर्मा की पत्नी सीमा वर्मा ने चुप्पी तोड़ी। उन्होंने बृहस्पतिवार को पति को प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया है। सीमा वर्मा ने बताया कि पति को शिक्षिका की अटेंडेंस लगाने के लिए चाध्य किया जाता था। वह लगातार इसके लिए मना कर रहे थे। इसीलिए बीएसए पति को परेशान कर रहे थे।पहले स्कूल में हुए कार्यों का तीन साल का ब्योरा मांगा गया। उन्होंने जब ब्योरा दे दिया, तो 10 साल का ब्योरा मांगा गया। वह भी दे दिया ती दबाव बनाने के लिए बीएसए बॉफिस बुलाया गया। वहां कहासुनी हुई और पति ने गुस्से में बीएसए की पिटाई कर दी।