संभल, बलरामपुर और – मुजफ्फरनगर के एडेड कॉलेजों में न फर्जी पैनल से नियुक्ति के मामले में विजिलेंस ने कार्रवाई तेज कर दी है। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के र्न पूर्व उपसचिव, तीन जिला विद्यालय निरीक्षक, प्रधानाचार्य समेत सभी 548 लोगों के बयान दर्ज किए जाएंगे। इसके लिए विजिलेंस की न टीम सभी को नोटिस भेजने की तैयारी कर रही है। आरोप है कि फर्जी तरह से पैनल बनाकर अभ्यर्थियों को अलग-अलग न कॉलेज में सहायक अध्यापक के पद 1 पर नियुक्ति दी है। विजिलेंस इंस्पेक्टर नं हवलदार सिंह की शिकायत पर केस दर्ज किया है। विजिलेंस के अफसरों ने बताया कि अगले एक सप्ताह के भीतर सभी को नोटिस भेजा जाएगा। नोटिस रिसीव करते हुए सभी को विजिलेंस थाने में अपना बयान दर्ज कराना होगा। अगर कोई नोटिस के बाद भी नहीं आता है तो उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी निकल सकता है। इन सभी को भेजा जाएगा नोटिस विजिलेंस की जांच में गजेंद्र कुमार निवासी मुरादाबाद, प्रमोद कुमार शर्मा निवासी मुजफ्फरनगर, विवेक कुमार निवासी सिद्धार्थनगर, राजकुमार निवासी मेरठ, प्रियंका मिश्रा निवासी वाराणसी, विकास तिवारी निवासी वाराणसी, गोविंद राम निवासी गाजीपुर, मनोज कुमार आर्य निवासी मेरठ, पवन पाल निवासी मुरादाबाद, अरविंद कुमार यादव निवासी मेरठ, लालाराम यादव निवासी बहराइच, अंकित श्रीवास्तव निवासी गोंडा, राजबली यादव निवासी अयोध्या,सुमित यादव निवासी संभल, विशेष पाल सिंह निवासी बदांयू, विमला त्रिपाठी निवासी बलरामपुर, नित्यानंद शुक्ला निवासी लखनऊ, संजय तिवारी निवासी बलरामपुर, अतुल कुमार सिंह निवासी बलरामपुर, शकील अहमद निवासी बलरामपुर, सलिल सिंह उर्फ टीटू बलरामपुर, जगन्नाथ सिंह निवासी, संजीव कुमार गोयल निवासी संभल व कुमेश कुमार सरोज निवासी प्रतापगढ़ संभल शामिल हैं।