यूपी बोर्ड वर्ष 2024 की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा में नकल व गड़बड़ी रोकने की कोशिश में अभी से लगा है, लेकिन विद्यालयों के बंद फोन क्षेत्रीय कार्यालयों के लिए सिरदर्द बन गए हैं। बोर्ड परीक्षार्थियों के विषय कोड, जेंडर कोड, फोटो, दिव्यांग कोड की गड़बड़ियां ठीक कराने के लिए टीम बनाकर क्षेत्रीय कार्यालयों से फोन कराए जा रहे हैं, लेकिन कई विद्यालयों के नंबर बंद हैं या कवरेज क्षेत्र के बाहर हैं। ऐसी स्थिति में जिला विद्यालय निरीक्षकों से प्रचार-प्रसार कर त्रुटियां ठीक कराने के निर्देश दिए गए हैं। परीक्षार्थियों के विवरण गलत होने से परीक्षा के दौरान व्यवधान तो आते ही हैं, परिणाम घोषित होने के बाद त्रुटियों को सुधरवाने के लिए विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों को क्षेत्रीय कार्यालयों के चक्कर लगाने पड़ते हैं। ऐसे में बोर्ड दोनों तरह की समस्याओं को पहले ही समाप्त करने के लिए परीक्षा में सम्मिलित हो रहे छात्र-छात्राओं के विवरण ठीक कराने में लगा है। इसके लिए चार बार तिथि बढ़ाई गई। अब अंतिम तिथि 20 दिसंबर तय की गई है। इस अवधि में सभी विद्यार्थियों के विवरण ठीक नहीं होने पर संबंधित विद्यालय के प्रधानाचार्य जिम्मेदार माने जाएंगे। इसीलिए क्षेत्रीय कार्यालय से अपर सचिव सीधे प्रधानाचार्यों को फोन करा रहे हैं। कई जिलों में फोन रिसीव न होने या फिर बंद होने जैसी शिकायतें अपर सचिवों की मिली हैं। ऐसे प्रधानाचार्यों से वार्ता के लिए विशेष रूप से जिला विद्यालय निरीक्षकों को कहा गया है।