बहराइच – दोहा में भारत के राजदूत संग विदेश मंत्रालय में तैनात सचिवों की तीन सदस्यीय टीम सोमवार को जिला मुख्यालय पहुंची। स्कूल व अस्पतालों का दौराकर तराई की शिक्षा व स्वास्थ्य व्यवस्था की जमीनी हकीकत को परखा। दोपहर बाद इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट सभागार में नेपाल के अधिकारियों के साथ बैठककर दोनों देशों के बीच चल रही व्यापारिक व सामरिक गतिविधियों पर परिचर्चा किया। बैठक के दौरान खुफिया विभाग के अधिकारियों को भी बैठक से बाहर रखा गया। इस पर अधिकारियों ने नाराजगी जताई। रुपईडीहा के अनुसार आईएफएस पीयूष श्रीवास्तव, अनुराग श्रीवास्तव संयुक्त सचिव विदेश मंत्रालय नई दिल्ली व दोहा में भारत के राजदूत विपुल दोपहर तीन बजे भारत नेपाल सीमा पर रुपईडीहा पहुंचे। सबसे पहले आईएफएस अधिकारियों ने पीएचसी रुपईडीहा का निरीक्षण किया। सीएमओ से स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी ली। इसके बाद सभी नवनिर्मित इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट पहुंचे। यहां पहले से ही नेपाल के अधिकारियों की टीम मौजूद रही। भारतीय अधिकारियों के पहुंचने के बाद तैनात खुफिया विभाग के पांच अधिकारियों को बैठक में अंदर जाने से रोक दिया गया। इस पर उन लोगों ने आपत्ति जताई। इसके बावजूद उन्हें बाहर ही रहना पड़ा।