22 फरवरी से शुरू हो रही वर्ष 2024 की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा निर्विघ्न और नकलविहीन संपन्न कराने के लिए यूपी बोर्ड ने व्यूहरचना तैयार कर ली है। इस विषय में मंगलबार को बोर्ड मुख्यालय में सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने मीडिया से जानकारी साझा करते हुए बताया कि पहली बार यूपी बोर्ड मुख्यालय और सभी पांच क्षेत्रीय कार्यालयों से भी परीक्षा और केंद्रों के स्ट्रांग रूम की निगरानी की जाएगी। इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म वाट्सएप, फेसबुक, टेलीग्राम, एक्स एवं अन्य पोर्टल पर अफवाह फैलाने वालों पर निगहबानी को क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) तैनात की गई है। साथ ही प्रश्नपत्र हल कर प्रसारित करने को दंडनीय संज्ञेय और गैर जमानती अपराध घोषित किया गया है। परीक्षा के लिए 8265 केंद्र बनाए गए हैं, जिस पर कुल 55,25,308 छात्र-छात्राएं सम्मिलित होंगे। इसमें हाईस्कूल के 29,47,311 तथा इंटरमीडिएट के 25,77,997 परीक्षार्थी हैं। परीक्षा संपन्न कराने के लिए कुल 2,99,121 कक्ष निरीक्षकों की नियुक्ति की गई है। स्ट्रांग रूमों की रात में भी निगरानी के लिए टीम बनाई गई है। पहले दिन हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में हिंदी विषय की परीक्षा कराई जाएगी। इस बार मोबाइल या अन्य माध्यमों से प्रश्नपत्र आउट कराने की कोशिश को दंडनीय एवं गैर जमानती अपराध माना जाएगा। सचिव ने बताया कि कुल 12 दिवसों में होने वाली परीक्षा नौ मार्च को संपन्न होगी। निगरानी के लिए बोर्ड मुख्यालय व क्षेत्रीय कार्यालयों प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, बरेली एवं मेरठ में एक-एक कमांड कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां से 24 घंटे निगरानी की जाएगी।
उत्तर पुस्तिकाओं की अदला- बद&
#x932;ी रोकने को क्यूआर कोडयूपी बोर्ड ने उत्तर पुस्तिकाओं की अदला- बदली रोकने के लिए नया कदम उठाया है। कवर पृष्ठ के साथ-साथ आंतरिक पृष्ठ पर भी लोगो लगाया गया है। प्रत्येक पृष्ठ पर पृष्ठ संख्या अंकित है। साथ ही पृष्ठों को सिलाई कराकर उत्तरपुस्तिका को अलग रंग में मुद्रित किया गया है।
कक्ष निरीक्षकों को क्यूआर कोड व परिचय पत्र
कक्ष निरीक्षकों को पहली बार सुरक्षित क्यूआर कोड एवं क्रमांक युक्त कंप्यूटराइज्ड परिचय पत्र दिया गया है। इससे कक्ष निरीक्षकों की ड्यूटी लगाने में आसानी होगी। साथ ही परीक्षा व्यवस्था और सुदृढ़ व पारदर्शी होगी।