प्रदेश में कक्षा एक-दो के बच्चे नए सत्र 2024-25 में एनसीईआरटी की किताबें पढ़ेंगे। बेसिक शिक्षा विभाग ने इसके लिए तैयारी पूरी कर ली है। जिलों में किताबें भी पहुंचने लगी हैं। पहले साल किताबों में अपेक्षाकृत ज्यादा बदलाव नहीं किए गए हैं। परिषदीय विद्यालयों में कक्षाएक-दो में 40 लाख से ज्यादा बच्चे पढ़ते हैं। अभी तक कक्षा एक में एक किताब कलरव व कक्षा दो में दो किताब कलरव व गणित चलती थी। यह किताबें एससीईआरटी तैयार करवाता था। इसी साल जनवरी में प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के तहत कक्षा एक व दो में एनसीईआरटी की किताबें पढ़ाई जाएंगी। चरणबद्ध तरीके से इसे कक्षा आठ तक आगेके वर्षों में लागू किया जाएगा।खास यह कि एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू होने से कक्षा एक व दो में किताबों की संख्या बढ़ जाएगी और पढ़ाई की गुणवत्ता बेहतर होगी। कक्षा एक में गणित की आनंदमय गणित, अंग्रेजी की मृदंग और हिंदी में सारंगी पुस्तक पढ़ाई जाएगी। इसी तरह कक्षा दो में भी क्रमशः तीन किताबों होंगी। पाठ्य पुस्तक अधिकारी माधव तिवारी ने बताया कि सवा दो करोड़ किताबें छपकर जिलों में पहुंचने लगी हैं। एक सप्ताह स्कूलों में पहुंच जाएंगी। नए सत्र में बच्चे इन नई किताबों से ही पढ़ाई करेंगे।