Thu. Jul 31st, 2025

परिषदीय विद्यालयों में सत्र शुरू हुए एक महीने बीत गया है, लेकिन अब तक स्कूली बच्चों को ड्रेस, बैग, जूते-मोजे, स्टेशनरी के लिए राशि जारी नहीं की गई है। बच्चों के ड्रेस व स्टेशनरी आदि के लिए अभिभावकों के खातों में डीबीटी के माध्यम से प्रति छात्र 1200 रुपये दिए जाते हैं। इससे बच्चे खासकर नए नामांकन वाले बिना ड्रेस स्कूल आने को मजबूर हैं। परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को हर साल नए सत्र की शुरुआत के साथ ही राज्य सरकार की ओर से यह रकम दी जाती है, लेकिन इस बार बेसिक शिक्षा विभाग अब तक इसके लिए आवश्यक तैयारी नहीं पूरा कर पाया है। इससे बच्चे ड्रेस, बैग, जूते-मोजे से वंचित हैं। शिक्षकों का कहना है कि नए ड्रेस, बैग, जूते-मोजे को लेकर बच्चों में उत्साह रहता है। इससे वे स्कूल की ओर आकर्षित होते हैं। उप्र. बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने कहा कि स्कूल ड्रेस नहीं होने से काफी बच्चे स्कूल आने में आनाकानी करते हैं। उन्होंने मांग की कि 15 मई तक हर हाल में यह राशि अभिभावकों के खाते में डीबीटी कर दी जाए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *