जिले के सभी परिषदीय स्कूलों को ‘कंपोजिट स्कूल ग्रांट’ के तहत 5.85 करोड़ रुपये की पहली किस्त मंगलवार को जारी कर दी गई है। इस धनराशि से ब्लैक बोर्ड, पेंटिंग, साफ-सफाई, इंटरनेट सुविधा समेत अन्य कार्य किया जाएगा।स्कूल शिक्षा महानिदेशक कंचन वर्मा की ओर से बेसिक शिक्षा अधिकारी को भेजे गए निर्देश में कहा कि शिक्षकों को मिले टैबलेट के लिए सिम और इंटरनेट खर्च अब ग्रांट से ही चुकाया जाएगा। जिन स्कूलों में 250 से अधिक बच्चे पढ़ते हैं, वहां आरओ वाटरकूलर के लिए 75 हजार से एक लाख रुपये तक की राशि अलग से दी जाएगी। हर स्कूल में मेडिकल किट रखना भी अनिवार्य होगा। ग्रांट का कम से कम 10 फीसदी हिस्सा स्कूलों की साफ-सफाई पर खर्च करना होगा।वहीं, प्रत्येक विद्यालय में भवन की दीवार पर कंपोजिट स्कूल ग्रांट के मद में उपलब्ध व व्यय होने वाली धनराशि का वर्षवार एवं मदवार विवरण पेंट कराया जाए। परिषदीय विद्यालयों की कक्षाओं में ब्लैकबोर्ड नहीं होगा। उनकी जगह हर कमरे में गुणवत्ता वाले ग्रीन और व्हाइट बोर्ड लगाए जाएं।