बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह को वेल्ट से पीटने वाले शिक्षक वृजेंद्र कुमार वर्मा का प्रकरण लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। प्राथमिक विद्यालय नदवा में लगातार तीसरे दिन पढ़ाई ठप रही। एडी बेसिक श्याम किशोर तिवारी की जांच के दौरान शुक्रवार को विद्यालय में तीन बच्चे बेहोश हो गए जिन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया और कुछ देर बाद डिस्चार्ज कर दिया गया।एडी बेसिक ने बच्चों व अभिभावकों को समझाया, लेकिन बच्चे बृजेंद्र वर्मा के वापस आने पर ही पढ़ाई करने की मांग पर अड़े रहे। दोपहर बाद एडी बेसिक बीएसए कार्यालय पहुंचे। कर्मचारियों व कुछ शिक्षकों के बयान दर्ज किए। चर्चा रही जिन शिक्षकों ने बीएसए दफ्तर में आरोपी प्रधानाध्यापक को पीटा था वह बयान देने ही नहीं आए। बीएसए के पक्ष में बोलने वाले लोगों के ही एडी बेसिक ने बयान लिए। वहीं, प्राथमिक विद्यालय नदवा में सुबह ही शिक्षामित्र अनुराग श्रीवास्तव ने स्कूल खोल दिया। बच्चे ड्रेस पहनकर विद्यालय के बाहर पहुंचे लेकिन वह अंदर बैठकर पढ़ने को राजी नहीं हुए। शिक्षामित्र ने बच्चों को बुलाया और अभिभावकों से बात की लेकिन कोई भी विद्यालय के अंदर जाने को तैयार नहीं हुआ। कई घंटे तक शिक्षामित्र विद्यालय में अकेले बैठे में रहे। ग्रामीण विद्यालय के बाहर खड़े रहे। इस वजह से तीसरे दिन भी पढ़ाई ठप रही। कुछ देर बाद एडी बेसिक श्याम किशोर तिवारी जांच करने पहुंचे। इस दौरान विद्यालय के बाहर खड़े बच्चे धूप में गश खाकर बेहोश हो गए। प्रीती, नरेंद्र व सुनैना को ग्रामीणों ने पेड़ की छांव में लिटाया। गोडैचा चौकी इंचार्ज शिवम सिंह के वाहन से उन्हें निजी चिकित्सक के यहां भर्ती कराया गया। इसके बाद एडी बेसिक ने बच्चों व अभिभावकों के बयान लिए। अभिभावकों से कहा कि अपने बच्चों का भविष्य खराब मत करिए रोजाना स्कूल भेजिए। इस मामले में जो भी दोषी होगा, कार्रवाई निश्चित की जाएगी। शाम करीब चार बजे एडी बेसिक ने बीएसए व डीआईओएस के साथ वीएसए कार्यालय में कर्मचारियों के बयान दर्ज किए। इस दौरान कई ऐसे शिक्षक नेताओं ने बयान दिए, जो घटनाक्रम के दौरान न तो वह वहां पर थे और न ही बाद में आए थे।